हौज़ा न्यूज़ एजेंसी
بسم الله الرحـــمن الرحــــیم बिस्मिल्लाह अल-रहमान अल-रहीम
وَاعْتَصِمُوا بِحَبْلِ اللَّهِ جَمِيعًا وَلَا تَفَرَّقُوا وَاذْكُرُوا نِعْمَتَ اللَّهِ عَلَيْكُمْ إِذْ كُنتُمْ أَعْدَاءً فَأَلَّفَ بَيْنَ قُلُوبِكُمْ فَأَصْبَحْتُم بِنِعْمَتِهِ إِخْوَانًا وَكُنتُمْ عَلَىٰ شَفَا حُفْرَةٍ مِّنَ النَّارِ فَأَنقَذَكُم مِّنْهَا ۗ كَذَٰلِكَ يُبَيِّنُ اللَّهُ لَكُمْ آيَاتِهِ لَعَلَّكُمْ تَهْتَدُونَ वातसेमू बेहब्लिल्लाहे जमीअन वला तफ़र्रक़ू वज़्कुरू नेमतल्लाहे अलैकुम इज़ कुंतुम आदाआ फ़अल्लफ़ा बैना क़ोलूबेकुम फ़अस्बहतुम बेनअमतेही इखवानन व कुंतुम अला शफ़ा हुफ़रतम मिनन्नारे फ़अंक़ज़कुम मिन्हा कज़ालेका योबय्येनुल्लाहो लकुम आयातेही लअल्लकुम तहतदून। (आले-इमरान, 103)
अनुवाद: और अल्लाह की रस्सी को मजबूती से पकड़ लो और आपस में फूट न डालो और अल्लाह के उस उपकार को याद करो जो उसने तुम पर किया, कि तुम एक दूसरे के दुश्मन थे और उसी ने तुम्हारे दिलों में फूट पैदा कर दी। उनकी कृपा से तुम भाई बन गये। और तुम आग से भरे हुए गड्ढे (नर्क) के किनारे पर खड़े थे, जहाँ से उसने तुम्हें बचाया था, इस प्रकार अल्लाह तुम्हारे लिए अपनी निशानियाँ प्रकट करता है ताकि तुम मार्ग पाओ।
क़ुरआन की तफसीर:
1️⃣ सभी लोगों के लिए अल्लाह ताला की रस्सी पर कायम रहना और विभाजन से बचना जरूरी है।
2️⃣ अल्लाह की रस्सी (कुरान और सुन्नत) के प्रति प्रतिबद्धता विश्वासियों के बीच एकता का कारण है।
3️⃣ विश्वास, पवित्रता और समर्पण सामूहिक रूप से अल्लाह की रस्सी को पकड़ने और मतभेदों से बचने के साधन हैं।
4️⃣ अल्लाह ताला की नेमतों को याद रखना जरूरी है।
5️⃣ दिलों में सद्भाव पैदा करना, लोगों के बीच एकता पैदा करना और उनके बीच दुश्मनी को खत्म करना पैगम्बरों के लक्ष्यों में से एक है।
6️⃣ हृदय समाज के सदस्यों के बीच भावनात्मक संबंधों और संबंधों (दोस्ती और दुश्मनी) का केंद्र है।
7️⃣ इतिहास का अध्ययन मानव प्रशिक्षण और मार्गदर्शन का अग्रदूत है।
8️⃣ समाज के सदस्यों के बीच एकता, एकता और भाईचारा इंसानों पर अल्लाह तआला की नेमत है।
9️⃣ अल्लाह द्वारा आयतों के अवतरण का उद्देश्य मनुष्य का मार्गदर्शन है।
•┈┈•┈┈•⊰✿✿⊱•┈┈•┈┈•
तफ़सीर राहनुमा, सूर ए आले-इमरान